शुक्रवार, अक्तूबर 03, 2008

शिक्षा की धारा

नारी को शिक्षित करने के लिये शिक्षा की धारा ऐसी होनी चाहिये-- जिससे वे वैशिष्ट्य में, वर्द्धनशील, उन्नति-प्रवण और अव्याहत हों ; -- तभी-- वह शिक्षा जीवन और समाज को धारण, रक्षण और उन्नयन में सार्थक कर सकती है। 16
--: श्री श्री ठाकुर, नारीनीति

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