शनिवार, अप्रैल 18, 2009

अशुद्ध पारिपार्श्विक

स्वास्थ्य जिस प्रकार मन को नियंत्रित कर सकता है, मन भी उसी प्रकार स्वास्थ्य को वश में ला सकता है;-- तुम्हारा मन जितना शुद्ध, सुस्थ और सबल रहेगा तुम्हारा स्वास्थ्य भी बहुत अंशों में उसका अनुसरण करेगा; -- और, ऐसा स्वास्थ्य लाभ करने हेतु नजर रखनी होगी अपने पारिपार्श्विक की परिशुद्धता के प्रति; अशुद्ध पारिपार्श्विक स्वास्थ्य और मन को जितना बिगाड़ सकता है, ऐसी दूसरी कम ही चीज है-- नजर रखो। 55
--: श्री श्री ठाकुर, नारी नीति

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